कदे अठि नै कदे बैठि नै उड़ती जावै या तितळी घणी इतरावै तितळयाँ क पाछै बाग म भौंरा बी मँडरावै पण भौंरा बेईमान होवै तितळी नादान होवै तितळयाँ फूळ फूळ प मंडरावै रँग बिरंगा फूळाँ सूं रँग चुरावै फूळाँ सो कोमळ तन फूळाँ मैं मिळ जावै। आवै फुर सूं उड़ जावै आ तितळी बड़ी रिझावै खम्मा घणी सा 🙏 #YQKakaSa #YQRajasthani #collabKakaSa #rajasthan #collab #फुरसूंउड़जावै #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote KakaSa