बंद कमरों की खिड़कियों से लगता है आसमां छोटा कदम रुक जाएं जहां देखकर रास्ता टूटा - फूटा बुरे हालातों से कर लिया जिसने भी समझौता उसी वक्त से मिल गया समझो मुश्किलों को न्योता अब आंखें मिजो कदम बढ़ाओ कुछ कर डालो अगर अब भी सोते रह गए तो है जन्म पर धिक्कार कमरों से बाहर आकर देखो उम्मीदें हैं अपरंपार सुरविरों के आगे नतमस्तक को तैयार है संसार ©Poetic Pandeyz #poeticpandeyz #WINDOWQUOTE