दरसल गम इस बात का है ही नही की पास अपने कभी ख़ुशी कोई ठहरी नहीं अब जो अकेलेपन का साथ है क्या और किसे बताये झूठे चमचमाते हुए मुस्कुराहटो के चादर ओढे़ कह देती हूँ बता हीं रही होंगी तुम्हें मेरी मुस्कुराहट खुशियों की पास मेरे कोई कमी नहीं ©Chanchal Chaturvedi #चादर_ओढ़े #Chanchal_mann #nazm #Poetry #Hindi #author #mask