नदियों का बहता पानी, कलकल है इसकी वानी, शीतल करता तन और मन को, जीवन में भरता नौजवानी, नदियों का बहता पानी, सदियों से यही कहानी, जीवन जिसका है पानी, पहाड़ों की गोद से निकल के, जिसकी बहती है धवल जवानी, नदियों का बहता पानी, किसकी है कारसतानी, जो धरा पे बहती रवानी, शीश उसको नमन करता है, जिसने की है हमपे मेहरबानी, नदियों का बहता पानी.......... लेखक :- दीपक चौरसिया ©Deepak Chaurasia # नदियों का बहता पानी, कलकल है इसकी वानी, शीतल करता तन और मन को, जीवन में भरता नौजवानी, नदियों का बहता पानी, सदियों से यही कहानी,