बेशक अमीरों के यहाँ महल होते होंगे लेकिन अकेलापन अक्सर इन्हीं महलों में देखा है अरे वक़्त मिले तो आओ कभी गरीब के झोपड़े में दिल निकाल कर रख देंगे तुम्हारे इस्तक़बाल में।। ©Naresh kumar #दिलकीआवाज़