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ठहराव..! नदी में हो, जीवन में हो, कर्तव्य पथ में

ठहराव..! 
नदी में हो, जीवन में हो, कर्तव्य पथ में हो या कि.. 
प्रेम या भक्ति में उचित नहीं है
इसलिए.. 
चलते रहिये, चलते रहिये..!

Aishani ❤❤

©Shipra Pandey ''Jagriti'
  #thahrav