क्यों खुद को इतना बे–असर किया जाये चलो फिर से कोशिश ए सफर किया जाये पूरी ग़ज़ल कैप्शन में पढ़ें #NojotoQuote क्यों खुद को इतना बे–असर किया जाये चलो फिर से कोशिश ए सफर किया जाये बुझेंगे नहीं हम कोशिशें चाहे तो कर लें हवाएं चाहे कितने भी तुफानों को इधर किया जाये उसके कानों की बाली उसके गालों की लाली कुछ पल जिंदगी का यहीं गुजर किया जाये