सपनों में आकर तुम,अपनी झलक दिखाती हो । रिश्ते दिल के घावों को, दर्द और दे जाती हो ।। तुम मानो या न मानो, आहें भरकर कहता हूँ । जुदा हुई राहें तो क्या , याद तुम्हे मैं करता हूँ ।। क्या तुम भी इतना तड़पी हो, जितना मैं तड़पा हूँ । तुमको मैं कैसे बतलाऊं, लमहा-लमहा तरसा हूँ ।। मिलने की कोई सूरत हो, एक सदी क्या सदियों का । इंतजार मैं कर सकता हूँ, वादा तुमसे करता हूँ ।। 1 miss you dear