चलता हैं ठहर ता हैं, फिर उठकर चलता हैं तेरी यादों का साया हरपल मेरे संग रहता हैं रुलाता हैं, हँसाता हैं,रहता सदा यह साथ हैं ग़म, आँसू ,खुशियों के घूट सब का स्वाद हैं मुसाफ़िर हैं इश्क़ की मंज़िल के " कृष्णा " यादों का कारवां अविरल अविराम चल रहा 🎀 प्रतियोगिता संख्या- 39 🎀 शीर्षक:- ""तेरी यादों का कारवां"" 🎀 शब्द सीमा नहीं है। 🎀 इस प्रतियोगिता में आप सभी को इस शीर्षक पर collab करना है।