Nojoto: Largest Storytelling Platform

बिलखते शिशु की व्यथा पर , दृष्टि 😒तक जिनने न फेरी

बिलखते शिशु की व्यथा पर ,
दृष्टि 😒तक जिनने न फेरी
यदि क्षमा कर दूँ उन्हें ,😠
😡धिक्कार माँ की कोख मेरी
चाहता हूँ ध्वंस 🔥कर देना,
विषमता की कहानी
हो सुलभ सबको जगत में ,
वस्त्र , भोजन, अन्न, पानी।
नव भवन निर्माणहित मैं ,
जर्जरित प्राचीनता का-
गढ़ ढ़हाता जा रहा हूँ ,पर तुम्हें भूला नहीं हूँ।
Suraj Chaubey 😒✍ बिलखते_शिशु की व्यथा पर #दृष्टि तक #जिनने न फेरी
#यदि_क्षमा कर दूँ #उन्हें_धिक्कार_माँ_की_कोख_मेरी
#चाहता हूँ #ध्वंस_कर देना #विषमता की #कहानी
#हो_सुलभ_सबको_जगत में वस्त्र , #भोजन, #अन्न, #पानी।
बिलखते शिशु की व्यथा पर ,
दृष्टि 😒तक जिनने न फेरी
यदि क्षमा कर दूँ उन्हें ,😠
😡धिक्कार माँ की कोख मेरी
चाहता हूँ ध्वंस 🔥कर देना,
विषमता की कहानी
हो सुलभ सबको जगत में ,
वस्त्र , भोजन, अन्न, पानी।
नव भवन निर्माणहित मैं ,
जर्जरित प्राचीनता का-
गढ़ ढ़हाता जा रहा हूँ ,पर तुम्हें भूला नहीं हूँ।
Suraj Chaubey 😒✍ बिलखते_शिशु की व्यथा पर #दृष्टि तक #जिनने न फेरी
#यदि_क्षमा कर दूँ #उन्हें_धिक्कार_माँ_की_कोख_मेरी
#चाहता हूँ #ध्वंस_कर देना #विषमता की #कहानी
#हो_सुलभ_सबको_जगत में वस्त्र , #भोजन, #अन्न, #पानी।