कहानी घर घर की में, एक दुख रानी एक सुख रानी, दो बहने रहती है.. मोहल्ले के कुछ गिनती के घर छोड़ कर हर घर मे दुख रानी को ज्यादा importanceमिलती है.. सुख रानी फिर भी खुश रहती है.. सभी दुख रानी को गले लगाते, उसकी दुःख भारी बाते सुनते, सुख रानी सभी के लिए सुख भरे तोहफे लाती, ज़रा देर खेल कर , फिर से दुख भरे दिन याद करने लग जाते.. घर घर में यही किस्सा दोहराया जाता.. सुख रानी कई नए हिस्से लाती सुख के पर दुख रानी किस्से बुन देती दुःख के अकसर सुख रानी हार जाती, कहती जहां मेरी कद्र नही वहां मेरा निवास नही फिर वो घर छोड़ चली जाती.. दुख रानी का राज हो जाता पूरे घर पर.. और सभी घर वाले दुख रानी के साथ दुखी दुखी खेल खेलते.. जो कुछ घर थे जो सुख रानी को ही पसन्द करते, सुख रानी उनके लिए सुखों का महल खड़े कर देती और घर वाले सुखी सुखी महलों में रहते ..... यही घर घर की कहानी Nirmala की जुबानी #nojoto #kavishala #poetry कहानी घर घर की में, एक दुख रानी एक सुख रानी, दो बहने रहती है.. मोहल्ले के कुछ गिनती के घर छोड़ कर हर घर मे दुख रानी को ज्यादा importanceमिलती है..