ऐ आसमाँ से सटे बादल अब तो तुम आओ ना इस सुखी सी धरा की बड़ी सी प्यास बुझाओ ना घुमड़ घुमड़ घन घोर घटा बनकर तुम छाओ ना कभी बून्द बून्द बारिशो सा,कभी जलधार बन गिर जाओ ना ऐ आसमाँ से सटे बादल अब तो तुम आओ ना... जून गई जुलाई जा रही,अब देर तुम लगाओ ना गर्म तवे सी तपती धरा को शीतल तुम कर जाओ ना ऐ आसमाँ से सटे बादल अब तो तुम आओ ना... ऐ इंद्रदेव तुम भूलकर सारी गलतियों को हमे माफ़ कर जाओ ना सुनकर सारी अर्जियों को अब तो पानी बरसाओ ना ऐ आसमाँ से सटे बादल अब तो तुम आओ ना... सुखी पड़ी है सृष्टि सारी, अब तो वृष्टि करवाओ ना ऐ जल के देवता तुम अब तो तरस खाओ ना ऐ आसमाँ से सटे बादल अब तो तुम आओ ना... नदिया सुखी कुए सूखे इन फसलों को तड़पाओ ना ये दीनदुखियों के दाता इंसानो संग पशु पक्षियों की प्यास बुझाओ ना ऐ आसमाँ से सटे बादल अब तो तुम आओ ना... #mausam #barish #pani #badalbarse #mansoon