चरणों की धूल काश मे कह पाता खुद को, आपके चरणो की धुल पर ये तो अपमान होता । कोई आपकी पर्वरिश पर सवाल उठाये ये सहना कहा असान होता । माँ काश मे आपके चरणों की धुल होता । फिर जो चाहे जहा हसते हसते कबूल होता ।। :- कोमल गिरि गोस्वामी #poem #poetry #love #कविता #new #shayari #quotes #stories #shayari #quotes #new #food #cricket #neture #trending #meme #food #माँ #maa #nojotoquotes #nojoto #nojotopoem