Salman khan quotes in Hindi पल्लव की डायरी नादानियों में गुस्ताकी कर बैठे अपने दिल को तेरे नाम कर बैठे उठ रहा है जो धुँआ नाम से मेरे उसमे आंच ना लगने देना गले शिकवे हो बैठ कर साफ कर लेना जो भी सजा हो मुकर्रर कर लेना पर मुझ पर एक एहसान करना प्यार को प्यार ही रहने देना दिल मे कितना भी हो गुबार मगर अपने प्यार को ग्रहण ना लगने देना प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" मगर अपने प्यार को ग्रहण ना लगने देना #HappyBirthdaySalman