प्रिये दादा जी बहुत तमन्ना थी सब साथ रहे। पर होनी को कुछ और बदा था । इसीलिए हम जुदा हो गए। आता है आज भी याद आपका बाजार से लौट कर आना आकर हम सब को चाट पकौड़ी खिलाना। थोड़ी सी डांट फटकार और ढेर सारा प्यार। न जाने कहाँ गुम हो गए वो दिन। बचपन बड़ा हो गया और आज भी याद आते है वो दिन। #Oldpeople miss u baba😣