मेरी दुनियां में एक इंसान हैं जिसके लिए मैने कुछ लिखा है.... भटके हुए मुसाफ़िर का बसेरा बन गया। मेरी अंधेरी रातों का तू सवेरा बन गया। मेरी ज़िन्दगी मैं आया है तू कूछ इस तरह जैसे कब्र में पड़ी लास को साँसों का सहारा मिल गया। #yqbaba #yqdidi #yqquotes #saaso ka shara #yqaestheticthoughts