इश्क़-ए-इबादत की हैं रूह ने कुछ इस कदर, की खुदा भी जुदा ना हो हमसे होकर बेखबर... #खुदाकीइबादत..... #ydwrites...... इस रचना से कहने का ये भाव हैं की प्यार को समझना हैं तो परमात्मा को समझो की वो हमसे कैसे प्रेम कर रहा हैं और हमें क्या समझने की कोशिश कर रहे हैं..... 🌹प्यार की दुनिया बसते जाइये ये जमीं जानत बनते जाइये🌹..... 🙏🙏🌺🌺🌺🌺✍️✍️✍️✍️❤️❤️❤️❤️🌻🌻🌻😘😘😘😘☺️☺️☺️☺️☺️☺️