मिला था रुमाल उसका कल शायद उसने मेरे लिए ही छोड़ा था थाम लिया था हाथों में अपने मैंने उसको गले लगा कर पूरी रात सोया था खुशबू उसकी दिवाना कर रही थी मुझे तन बदन मे अजीब सा एहसास दौड़ा था मिला था रुमाल उसका कल... ©Drx. Mahesh Ruhil #रुमाल