लकीरे जो लिखी थी खुदा ने हाथों पर मेरे हम फिर भी प्यार करते हैं तुमसे चाहे जख्म कितने भी बड़े गहरे लकीर और किस्मत ओ क्या 1 दिन मौत के साथ मिट जाना है और मोहब्बत की दास्तान ए सुनाई जाती है सदियों तक gehrai