समझ नहीं आ रहा है, ऐ जिन्दगी, तेरा सिलेबस, और तू है कि इम्तहां पर इम्तहां लिए जा रही है! 🙆🙆🙆 ©C S YADAV #अनसुलझी जिंदगानी