किस्मत जब रूकसत हो जाती है। असफलता तभी ही हाथ आती है।। एक माशूक है तो दूजी माशूका, कमबख़त बड़ी मशक्कत से पास आती है। ©Bharat Bhushan pathak किस्मत जब रूकसत हो जाती है। असफलता तभी ही हाथ आती है।। एक माशूक है तो दूजी माशूका, कमबख़त बड़ी मशक्कत से पास आती है।