मैं लफ़्ज़ों को समंदर में मिला दु तो, तू कह जाना, हर एक ज़ख्मों के मरहम की तरहा पानी सा बह जाना, कई सपने हैं ख़्वाहिशों के जैसे आँखों मे अपनी, अधूरे से जो रह जाये, तू मिल के पूरे कर जाना। #khwahishey