तनहा रहने की,,, लत कुछ यूं लगी, घड़ी की सूइयां भी,,, चुभन सी लगी, काली चादरों में लिपटा, हैं समंदर सा, ये जीवन मेरा,,, घूंट पानी की भी,,, अब तो, जहर सी लगी... #तनहा #सोनिका #तंवर #स्वरा #poetess #sonika #tanwar #svra #poemkiduniya