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गीत मौसम के सुनाएं थे की बारिश आ गई, हम तो यूं ही

गीत मौसम के सुनाएं थे की बारिश आ गई,
हम तो यूं ही गुनगुनाएं थे की बारिश आ गई,

हंस की तरह वो पागल चल पड़ी थी धूप में,
उसके पायल छनछनाएं थे की बारिश आ गई,

है ये कुदरत से तअल्लुक़, जिसपे हम हैरान है,
सारे बच्चे मुस्कुराएं थे की बारिश आ गई,

एक ही बस लफ़्ज़ ने मुस्कान गिले कर दिए,
गम को होंटों पर दबाएं थे की बारिश आ गई,

मुझको भी बतलाने थे सारे गमों को आंखों से,
आंसू जब मैने बहाएं थे की बारिश आ गई !!

©Maqbul Alam गीत मौसम के सुनाएं थे की बारिश आ गई,
हम तो यूं ही गुनगुनाएं थे की बारिश आ गई,

हंस की तरह वो पागल चल पड़ी थी धूप में,
उसके पायल छनछनाएं थे की बारिश आ गई,

है ये कुदरत से तअल्लुक़, जिसपे हम हैरान है,
सारे बच्चे मुस्कुराएं थे की बारिश आ गई,
गीत मौसम के सुनाएं थे की बारिश आ गई,
हम तो यूं ही गुनगुनाएं थे की बारिश आ गई,

हंस की तरह वो पागल चल पड़ी थी धूप में,
उसके पायल छनछनाएं थे की बारिश आ गई,

है ये कुदरत से तअल्लुक़, जिसपे हम हैरान है,
सारे बच्चे मुस्कुराएं थे की बारिश आ गई,

एक ही बस लफ़्ज़ ने मुस्कान गिले कर दिए,
गम को होंटों पर दबाएं थे की बारिश आ गई,

मुझको भी बतलाने थे सारे गमों को आंखों से,
आंसू जब मैने बहाएं थे की बारिश आ गई !!

©Maqbul Alam गीत मौसम के सुनाएं थे की बारिश आ गई,
हम तो यूं ही गुनगुनाएं थे की बारिश आ गई,

हंस की तरह वो पागल चल पड़ी थी धूप में,
उसके पायल छनछनाएं थे की बारिश आ गई,

है ये कुदरत से तअल्लुक़, जिसपे हम हैरान है,
सारे बच्चे मुस्कुराएं थे की बारिश आ गई,
maqbulalam1313

Maqbul Alam

New Creator

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