हम फक्कड़ हैं जनाब, जरा सोच समझकर हमसे दगाबाजी करना, क्योंकि एक बार जों मेरें नज़रों में उतर गया, समझों मेरें दिल में समा गया, हक से मांग लें अगर जान भी मेरी, पल अगले ही वो जान मेरी अपने कदमों में पाएगा, गर जों कोई मेरे नज़रों से एक बार उतर गया, फिर मुझे पड़ता उससे क्या फ़र्क और क्या ख़बर कि वो किधर गया। ©फक्कड़ मिज़ाज अनपढ़ कवि सिन्टु तिवारी #नज़र #दगाबाजी #फक्कड़ #Nojoto #nojotoaap #nojotohindi