अभिलाषा (अनुशीर्षक में पढ़ें) अभिलाषा सौन्दर्य जीवन का बनाए रखो इसे तिल तिल मर कर ना जियो ज़िंदगी है जीने के लिए इसे तुम खुल के जियो खेद होता है ये देखकर