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अभिभावक संगोष्ठी कार्यक्रम का हुआ आयोजन टोडाभीम

 अभिभावक संगोष्ठी कार्यक्रम का हुआ आयोजन 

टोडाभीम (नरेन्द्र कुमार जाँगिड) कस्बे के नया बस स्टैंड स्थित माध्यमिक आदर्श विद्या मंदिर में अभिभावक संगोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अभिभावक संगोष्ठी कार्यक्रम में कक्षा 8 और 10 के भैया/बहिनो के माता पिता ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में  मुख्य अतिथि      
श्री रघुराज सिंह जादौन (अभिभावक) ने माँ भारती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
प्रधानाचार्य लोकेन्द्र सिंह चौहान ने  कहा कि बच्चों के विकास के लिए यह संगोष्ठी जरूरी है।
संगोष्ठी में सभी के बीच विचार-विमर्श होता है। साथ ही बेहतरी की दिशा में हम सकारात्मक पहल करते हैं। संगोष्ठी में अभिभावकों ने बच्चों के विकास समेत विभिन्न विषयों पर चर्चा की। संगोष्ठी में प्रधानाचार्य ने विकासात्मक बिंदुओं से अवगत कराया। मुख्य अतिथि रघुराज सिंह जादौन  ने कहा कि चातुर्दिक विकास सही में सभी के सहयोग से ही संभव हो पाता है। उन्होंने कहा कि विद्या भारती से जुड़े शिक्षण संस्थान युवा पीढ़ी को अपनी संस्कृति से जोड़े रखने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने अभिभावकों को विद्यालय के साथ संवाद स्थापित करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि बच्चों की प्रगति के साथ ही शिक्षकों से बच्चों की कमजोरियों को भी साझा किया जाना जरूरी है। इससे शिक्षक बच्चों की कमियों और खूबियों को जानकर उसे शिक्षा दे सके। कार्यक्रम में विद्यालय समिति के पदाधिकारी और   
विद्यालय के समस्त आचार्य उपस्थित रहे।
 अभिभावक संगोष्ठी कार्यक्रम का हुआ आयोजन 

टोडाभीम (नरेन्द्र कुमार जाँगिड) कस्बे के नया बस स्टैंड स्थित माध्यमिक आदर्श विद्या मंदिर में अभिभावक संगोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अभिभावक संगोष्ठी कार्यक्रम में कक्षा 8 और 10 के भैया/बहिनो के माता पिता ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में  मुख्य अतिथि      
श्री रघुराज सिंह जादौन (अभिभावक) ने माँ भारती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
प्रधानाचार्य लोकेन्द्र सिंह चौहान ने  कहा कि बच्चों के विकास के लिए यह संगोष्ठी जरूरी है।
संगोष्ठी में सभी के बीच विचार-विमर्श होता है। साथ ही बेहतरी की दिशा में हम सकारात्मक पहल करते हैं। संगोष्ठी में अभिभावकों ने बच्चों के विकास समेत विभिन्न विषयों पर चर्चा की। संगोष्ठी में प्रधानाचार्य ने विकासात्मक बिंदुओं से अवगत कराया। मुख्य अतिथि रघुराज सिंह जादौन  ने कहा कि चातुर्दिक विकास सही में सभी के सहयोग से ही संभव हो पाता है। उन्होंने कहा कि विद्या भारती से जुड़े शिक्षण संस्थान युवा पीढ़ी को अपनी संस्कृति से जोड़े रखने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने अभिभावकों को विद्यालय के साथ संवाद स्थापित करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि बच्चों की प्रगति के साथ ही शिक्षकों से बच्चों की कमजोरियों को भी साझा किया जाना जरूरी है। इससे शिक्षक बच्चों की कमियों और खूबियों को जानकर उसे शिक्षा दे सके। कार्यक्रम में विद्यालय समिति के पदाधिकारी और   
विद्यालय के समस्त आचार्य उपस्थित रहे।