मिला है जो वक़्त मुश्क़िल से तो आराम करो, आलस नहीं बिखरे ग़र... तो ना कोई सँवारेगा, ना बँधायेगा ढाढस कोई सुप्रभात। आराम और आलस में बड़ा अंतर होता है। आराम रचनात्मक है, आलस में भी आराम मिलता है मगर यह अरचनात्मक है। #आरामऔरआलस #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #sangeetapatidar