Nojoto: Largest Storytelling Platform

मुझे नही मालूम के मोहब्बत क्या होती है ये कोई जोग

मुझे नही मालूम के मोहब्बत क्या होती है
ये कोई जोग होती है या कोई रोग होती है।

तेरी याद आती है फिजायें बहक जाती है
तेरे बदन की खुशबू मेरे बदन से आती है।
       
लो आ गए तेरे मकतल में दिल ए नादाँ लेकर
अब खलिश होती है या जिगर के पार होती है। #mohabbat
#jigar
मुझे नही मालूम के मोहब्बत क्या होती है
ये कोई जोग होती है या कोई रोग होती है।

तेरी याद आती है फिजायें बहक जाती है
तेरे बदन की खुशबू मेरे बदन से आती है।
       
लो आ गए तेरे मकतल में दिल ए नादाँ लेकर
अब खलिश होती है या जिगर के पार होती है। #mohabbat
#jigar