वो अक़सर फ़ांस बनकर चुभती है बार बार दिमाग में घूमती है उसे निकाल देना सही वक़्त पर अच्छा होता है इसलिए तुमसे कहे देती हूँ सुनो तुम अच्छे हो ये बोलने की नहीं महसूस कर सकने की बात है, तुम्हारे साथ चलते हुए महफूज़ महसूस कर सकूँ बस इतना अच्छा हो जाना दिल में रह जाती है बात, चुक जाते हैं स्याही और दवात... #रहजातीहैबात #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi