एक अकेला मैं ही बचा उसके इश्क़ के धोखे से वरना कितने आशीको के क़त्ल ए आम हुए हैं। ख़ून के छींटे उड़ के लगे उसकी ही क़मीज़ पे और खामोखाँ मरे हुए आशिक़ बदनाम हुए हैं। ©shivesh pandit कत्ल वो करके भी नहीं पछताते। #alone #Love #nojoto #poetry #love #shayari #nojotoapp #thoughts #quote #poetsofindia