खुशनसीब थी वो मोहोबते, जो दुरीयों के बाद भी मुक्कमल रही और कुछ नजदीकियों के बावजूद तन्हा और बरबाद रही - राकेश शिंदे rakeshkavita.blogspot.in तन्हा मोहोबत #TanhaMohobat #Shayari #HindiShayari #UrduShayari #HindiKavita #HindiPoem #NojotoShayari #NojotiKavita #NojotiPune #NojotoRakeshShinde