फ़रियाद क्या करें, मेरे लफ़्ज़ों से फ़रियाद नहीं किया जा रहा, सच कहूं मुझे उन लम्हों के बिना नहीं जिया जा रहा। राह से गुजरता हुआ आगे बढ़ना चाहता था मैं, मगर क्या करूं गर यादों के बिना आगे बढ़ा नहीं जा रहा। ©shivam kumar गुज़रे हुए लम्हें #safar