Red sands and spectacular sandstone rock formations *सच बोल-बोल कर पक सा गया हूं* *ईमानदारी की राह चल कर* *थक सा गया हूं* *सोचता हूं..!क्यों ना ? अब झूठ का* *सहारा ही लेलें* *ईमानदार बनके,मिला ही क्या.?? *क्यों ना ? इस राह से,अब* *किनारा ही लेलें* *अगर जिंदगी औरों की तरह जीना है* *तो आज के माहौल में ढलना होगा* *गालियां मिले कोई बात नही*...! *दुनिया के ऐशो! आराम चाहिए* *तो इन्हीं रास्तों पर चलना होगा* !! ©Satish Kaushal #उदासी#जिंदगी की थकान#खुद से हुए परेशान#मजबूरियों में कही गलत राह ना चुन ले..!#थका हुआ#मिट्टी का #इंसान..!