कभी तो चाँद आसमां से उतरे और आम हों जाए , तेरे नाम की एक ख़ूबसूरत शाम हों जाए..!! अजब़ हालत में दिल का सौदा हों जाए , मुहब्बत की हवेली की तरह नीलम हो जाए..!! मैं खुद भी तुझसे मिलने की कोशिश नहीं करूँगा , क्योंकि , नहीं चाहता कोई मेरे लिए बदनाम हों जाए..!! उजालें अपनी यादों के मेरे साथ रहने दों , जाने किस गली में जिंदगी की शाम हों जाए ।। #शाम #मोहब्बत_का_सफ़र #यादें #हवेली #चाँद