बड़ा याद आता है वो गुजरा ज़माना वो चाय की चुस्की पालक मिर्ची का पकौड़ा साइकल चला दस किलोमीटर आना, दोस्तों की वो महफ़िल अधखुली सी वो खिड़की। #अधखुली खिड़की#