Nojoto: Largest Storytelling Platform

आखिर क्यों है ऐसा मां को धरती तो पिता को आसमान का

आखिर क्यों है ऐसा
मां को धरती तो पिता को आसमान का मिला दर्जा
माना मां नव माह गर्व पालती हैं
लेकिन पिता जीवन भर पालते हैं
फिर भी मां का ही क्यों ऊंचा है दर्जा
आखिर क्यों है ऐसा
मां खुद भूखी रहकर हमे खिलाती है पर
पिता भी खुद भूखा रहकर हमारे लिए भोजन लाता है
फिर भी मां का ही बलिदान  ऊंचा है
आखिर क्यों है ऐसा
जब मां दुखी होती हैं तो पिता जी से कह देती हैं
लेकिन पिता जी तो किसी से भी कुछ कह नहीं सकते
वो घुट घुट कर रोते हैं पर आंसू नहीं दिखाते
फिर भी मां का ही क्यों ऊंचा है दर्जा
आखिर क्यों है ऐसा

©विवेक तिवारी
  #मां_बाप आखिर क्यों है ऐसा

#मां_बाप आखिर क्यों है ऐसा #कविता

8,694 Views