"इश्क़ के बाजार में, दिल नुमाया करने निकले थे, लेकिन उस कमबख्त ने, हिजाब के पीछे के का दिल ही ना पहचाना।" #दिल्लगी "इश्क़ के बाजार में, दिल नुमाया करने निकले थे, लेकिन उस कमबख्त ने, हिजाब के पीछे के का दिल ही ना पहचाना।"