मोहब्बत सहना मुश्किल हैं, जीवन की यह एक अधूरी मंजिल हैं। क्या जाने क्यों ये दर्द इतना गहरा हैं, कि ज़िन्दगी में कुछ अधूरा सा अहसास रहता हैं। दिल में उमंग भरी होती हैं, फिर भी कुछ न कुछ सताता रहता हैं। चाहत का रंग दिखता हैं सबको, फिर भी कोई ना कोई दर्द छिपता रहता हैं। मोहब्बत का सफर थोड़ा सा अलग होता हैं, ज़रूरतें बदल जाती हैं, दर्द बढ़ता हैं। कुछ लोग मुस्कुराते हुए जीते हैं, फिर भी कुछ अपने दिल में तनहा रहते हैं। इस दर्द को बयां करना मुश्किल हैं, लेकिन इसको ज़िन्दगी से जोड़ना भी ज़रूरी हैं। क्योंकि जब तक मोहब्बत नहीं होगी, तब तक ज़िन्दगी अधूरी ही रहेगी। ©विवेक कुमार मौर्या (अज्ञात ) #lonely मोहब्बत सहना.....