दुनिया,बहौत छोटी सी थी मेरी जब छोटी मै खुद थी, पता ना चला मुझे ये दुनिया मेरी कब उम्र के साथ बढती ही चली गई। दुनिया के उसूलो से नासमझ बस अपनी ही राहेँ चल पडी, लगता था प्यार ही दुनिया है, और प्यारे ही लोग है, भ्रम था मेरा,जो टूटा जब मुलाकात इसी दुनिया और इनके प्यारो से हुई सब नही हो सकते एक जैसे,ये बात कुछ इस कदर जेहन कर गई नादान सी मै और मेरी दुनिया इन्ही बातौ मे सीमट कर रह गई। meri duniya❤️ #poetry #iwritewhatifeel #followme #sharethis