जलती हुई उस जिंदा शरीर से आवाज़ आई, गलती का एहसास तो तुम्हें भी होगा बस दुःख इस बात का है तुम्हें सबक सिखाने के लिए तुम्हारी बेटी को जलना पड़ेगा।। ©NISHU MISHRA ..... because we are living wid dis harsh reality.... ...सबक किसी को भी सिखाना हों आहुति हमेशा बेटियों कि हि दि जाती हैं.. ...kuki use uski karni ka sabak tabhi milega, jab wo sab uski beti ke sath hoga...