समझने की कोशिश न करना कभी, न समझाने की। बस कुछ लफ्ज़ होते हैं सुनने की और सुनाने की।। वैसे तो कागज़ पर अल्फ़ाज़ बहुत हैं, सुनना है समझना भी है। मगर दिल से जो निकल जाए बस वही पत्थर पर लकीर है।। ©BINOदिनी #PenPaper