आलोचना अच्छी आलोचना करने से दीमाग हमेशा (Positive) रेहता है,बुरी आलोचना से दीमाग पर बुरा असर पडता है जीससे मनुष्य का दीमाकी संतुलना ना चाहते हुये भी बीगड जाती है,इस लीये हमेशा अच्छा सोचो और limit मे सोचो. ©Dr writes 4344 #tilltheshine #thinkpositive #Criticisms