तन्हा बैठे तनहाई में मैं दिल की बात लिखता हूँ.. कैद था दिल में जो मुद्दतों से वो जज़्बात लिखता हूँ.. ना चाँद है ना ही चाँदनी का ज़िक्र है मेरे नज़्म में.. मैं वो काली काली अमावस वाली रात लिखता हूँ.. अब नहीं डरता मैं लोक-लाज से इस समाज से.. जो भी जहन में आता है मेरे मैं साफ-साफ लिखता हूँ.. तुम्हें फुरसत मिले तो इत्तमीनान से पढ़ना इन्हें कभी.. मैं तेरी ही यादों में डूबकर तेरी ही याद लिखता हूँ.. हर दर्द हर जख़्म ने 'चन्दन' मुझे कई सिख दिया है.. इनमें ही पला-बढ़ा हूँ मैं तभी इनका साथ लिखता हूँ.. बस कुछ भी लिख लेता हूँ.. #तन्हा #तन्हाई #मैं #तेरीयाद #तेरीबात #तेराफिक़्र #chandanvibes #nojotowritings #writingheart #chandanvibes #nojotopoetry #poetry #randomthoughts