सिर्फ खामोशी से ईश्क नहीं किया जाता जनाब बता क्या तूने कभी इजहार ए मोहब्बत किया है बेइंत्तेहा इंतज़ार और सब्र के तले बैठा था हुआ शक तो पूछा बता क्यूं तूने मुंह फेरा है तकरार करने की फितरत है मेरी तेरी नजरमे तो अब ले ये आखरी बार तुझे जवाब दिया है गर हर बात पे में ही कुसुरवार हूं ए दिलबर तो जा आज से अभी से तुझे खुदसे रिहा किया है ✍️🍂✍️ Go Away।।।।।