मुहब्बत में किसी शख्स की हद से गुजर जाना भी कितना मुश्किल सा है किसी को गले लगाना भी रातों की नींद भी दिन का चैन भी खोना पड़ता है तब जाकर परवान चढ़ता है इश्क का फसाना भी please give your comments as a response