बाधाएं आती हैं आएं, घिरें प्रलय की घोर घटाएं, पाँवों के नीचे अंगारे, सिर पर बरसें यदि ज्वालाएं, निज हाथों में हंसते-हंसते आग लगाकर जलना होगा, कदम मिलाकर चलना होगा।। -अटल बिहारी वाजपेयी श्रद्धांजलि #nojotofamily #nojototeam #nojototales #nojotokhabari