दिल तो मेरा खामोश पड़ा, बस साँसे मेरी चलती है जबसे तू दूर गयी उजड़ी मेरी हस्ती है कौन मेरी खबर लेगा, किसको मेरी फ़िक्र भी है जबसे तू दूर गयी उजड़ी मेरी हस्ती है घरौंदा बनाया रेत का था, लेहरो ने वो तोड़ दिया ये किस्मत की गर्म हवाओ ने, मुझको अंदर से झिंझोड़ दिया मै तो अंदर से मर चूका बस साँसे मेरी चलती है जबसे तू गयी उजड़ी. मेरी हस्ती है मै तो हु ख़ाक सैनी, खाक की क्या हस्ती है, जो भी हु बस तेरा हु मेरे जर्रे जर्रे मे तू बस्ती है जबसे तू दूर गयी उजड़ी मेरी हस्ती है #sadshayri #shayridilse #dard #insta #like4like #mohobaat #hindiwriter #kavita #sabdokachor