आख़िर ये ज़िन्दगी क्या है…. बंजर ज़मीन में , फसल लहरा दे कठिनाइयों में भी , साथी दिला दें अपनो ही अपनो से , दूरियां बना दे बिन पंख़ , सारा आसमान की सैर करवा दें बिन नयन , ज़माना महसूस करवादे आख़िर ये ज़िन्दगी क्या है…. पल - पल में आफत ला दे हर कण- कण हौसला दिला दे तलाश मंजिल की , मीलों दूर चला दे आख़िर ये ज़िन्दगी क्या है…. जो करे मगरूरी , उसे धूल चटा दें समय की अहमियत का ऐहसास करवा दे ना समझ को , दिशा बता दे ठोकर दिला , जीना सिखा दे आख़िर ये ज़िन्दगी क्या है…. ✍️ मेरे शब्द #NojotoQuote आख़िर ये ज़िंदगी क्या है #life #thought