ज़िन्दगी से भी रंगों का अनोखा नाता है, खुशी का रंग ज़िन्दगी को बहुत भाता है। मिले न खुशियां तो जीवन रूठ जाता है, रंग खुशी का ज़िंदगी को खूब हंसाता है। ग़म के रंग में जीवन गमगीन हो जाता है, ग़म का रंग जिन्दगी को बहुत रुलाता है। ग़म व खुशी का रंग बारी बारी चढ़ता है, कभी खुशी तो कभी गम बन ठहरता है। मोहब्बतो का रंग जिन पर चढ़ जाता है, कटुता को पीछे छोड़ आगे बढ़ जाता है। हरी भरी रहे हमेशा खुशियों से ज़िन्दगी, निखर जाएं जिन्दगी करे रंगो की बंदगी। चढ़ जाएं ज़िंदगियों पर मानवता का रंग, गुजरे ज़िन्दगी भाईचारे से मिलकर संग। JP lodhi 30JAN2021 ©J P Lodhi. #zindagikerang #poetryunplugged #Nojotowriters #Nojotonews #Nojotofilms #Nojotoorigenal #Poetry